(Pi Bureau)
सऊदी अरब में माउंट अराफात पर पहुंचकर हजारों मुस्लिमों ने मास्क लगाकर इबादत की। इस दौरान उन्होंने कोरोना संक्रमण खत्म होने और तेजी से वैक्सीनेशन की दुआ की। हज यात्रा के दौरान मुस्लिम समुदाय के लोग माउंट अराफात पर भी जाते हैं। कहा जाता है कि यहीं पर पैगंबर मोहम्मद ने अपना आखिरी उपदेश दिया था। सऊदी अरब ने लगातार दूसरी साल विदेशी जायरीनों के मक्का और मदीना आने पर रोक लगाई है। इस साल सऊदी अरब ने सिर्फ अपने ही देश के 65,000 लोगों को हज करने की अनुमति दी है। इनमें भी बच्चों और बुजुर्गों को परमिशन नहीं दी गई है। 18 से 65 साल तक की आयु के लोगों को ही इसमें शामिल किया गया है।
सऊदी अरब में भी जिन 60 हजार लोगों को हज की अनुमति दी गई है, उनका पूरी तरह से वैक्सीनेशन जरूरी किया गया है। इसके अलावा ऐसे लोगों को भी दूर रखा गया है, जो किसी भी तरह की गंभीर बीमारी के शिकार हों। सऊदी अरब की राजधानी रियाद में रहने वाले फलस्तीन के नागरिक उम अहमद ने कहा, ‘मैं यह बता नहीं सकता कि उन चंद लोगों में शामिल होकर मुझे कैसे लगा, जिन्हें हज यात्रा के लिए परमिशन दी गई है।’ अहमद ने कहा कि मैंने अल्लाह से दुआ मांगी है कि यह कठिन वक्त खत्म हो और यह दुनिया कोरोना के साये से मुक्त हो। अहमद ने कहा कि वह कोरोना के चलते अपने परिवार के 4 लोगों को खो चुके हैं।
नामिरा मस्जिद पर जुटे जायरीनों ने एक दूसरे से दो मीटर के फासले पर अपनी चटाई बिछाई और फिर नम आंखों से दुआ मांगी। सऊदी अरब में रह रहे भारतीय मूल के करीमुल्लाह अल शेख ने कहा कि उन्होंने अपने देश के लिए दुआ मांगी है, जहां तेजी से कोरोना केसों में इजाफा हुआ है। उन्होंने कहा कि मैंने जल्दी से जल्दी कोरोना के खत्म होने और सभी के लोगों के वैक्सीनेशन के लिए दुआ मांगी।