(Pi Bureau)
पोर्नोग्राफी केस में जांच जैसे-जैसे आगे बढ़ रही है, वैसे-वैसे राज कुंद्रा की मुश्किलें और बढ़ती हुईं दिखाई दे रही हैं. पोर्न वीडियोज और फिल्म बनाने के मामले में क्राइम ब्रांच की प्रॉपर्टी सेल को एक बड़ा कामयाबी हासिल हुई है. राज कुंद्रा की कंपनी के चार कर्मचारी अब सरकारी गवाह बनने को तैयार हो गए हैं. सरकारी गवाह बनकर वह पोर्नोग्राफी के इस गंधे धंधे की पर्दाफाश करने में पुलिस की मदद करेंगे.
क्राइम ब्रांच की प्रॉपर्टी सेल के सामने इन चारों ने कई राज खोले हैं. उन्होंने बताया है कि किस तरह से ये पूरा रैकेट चलता था. मुंबई क्राइम ब्रांच की पूछताछ में राज कुंद्रा के कर्मचारियों ने बताया है कि महज डेढ़ साल में राज कुंद्रा ने अश्लील वीडियोज के जरिए करीब 25 करोड़ रुपये कमाए हैं. उन्होंने बताया कि अश्लील फिल्मों के जरिए जो कमाई होती थी, वह पहले केनेरिन कंपनी को भेजी जाती थी और फिर दूसरे रास्ते के जरिए राज कुंद्रा तक पहुंचती थी. अब क्राइम ब्रांच को शक है कि यह दूसरा रास्ता क्रिप्टो करेंसी का हो सकता है. पुलिस अब इसकी जांच कर रही है कि किस रास्ते के जरिए पैसे राज कुंद्रा तक पहुंचते था.
वहीं, राज कुंद्रा की ‘सीक्रेट अलमारी’ से जो बॉक्स पुलिस को मिले हैं, उसमें से एक बॉक्स में 51 वीडियोज पुलिस के हत्थे लगी हैं. आपको बता दें कि राज कुंद्रा के कर्मचारियों ने ही पूछताछ में दफ्तर के अंदर मौजूद सीक्रेट अलमारी का राज क्राइम ब्रांच को बताया था. इस जानकारी के बाद ही क्राइम ब्रांच की टीम ने शनिवार को राज कुंद्रा के दफ्तर में एक बार फिर से छापेमारी की थी.
सरकारी गवाह बनने को तैयार हुए कर्मचारियों के मुताबिक, इस अलमारी में अश्लील फिल्मों से हुई कमाई के तमाम दस्तावेज रखे जाते थे. गहना वशिष्ठ और उमेश कामत की गिरफ्तारी के बाद इसे इस तरह से तमाम दस्तावेजों को इसी आलमारी में छिपा दिया गया था, ताकि पुलिस के हत्थे कुछ नहीं लग सके.