(Pi Bureau)
अफगानिस्तान की राजधानी काबुल के एयरपोर्ट के पास गुरुवार को हुए दो धमाकों से दुनिया हिल गई. कुछ ही मिनटों के अंतराल पर हुए ब्लास्ट्स में अमेरिकी नागरिकों समेत 13 लोगों की मौत हो गई. इसके अलावा, कई घायलों को अस्पतालों में भर्ती करवाया गया है. काबुल में हुए धमाकों से पहले अमेरिका, ब्रिटेन जैसे देशों ने इसकी आशंका भी जताई थी. धमाके के बाद काबुल एयरपोर्ट और उसके आसपास के इलाकों में अफरा-तफरी का माहौल हो गया. लोग अपनी जान बचाने के लिए इधर से उधर भागते हुए नजर आए.
अमेरिका ने नागरिकों के लिए जारी की एडवाइजरी
दो धमाकों के बाद अमेरिका ने अपने नागरिकों के लिए एडवाइजरी जारी करते हुए काबुल एयरपोर्ट के पास नहीं जाने के लिए कहा है. पहले धमाके के बाद ही अमेरिकी रक्षा मंत्रालय ने इसकी पुष्टि की थी. अमेरिकी रक्षा मंत्रालय के सचिव जॉन किर्बी ने ट्वीट किया, ”काबुल एयरपोर्ट के गेट पर बड़ा धमाका हुआ है. अभी तक मरने वालों की पुष्टि नहीं हो सकी है और जानकारी मिलते ही उपलब्ध करवाएंगे.” अमेरिकी दूतावास ने कहा कि एयरपोर्ट के पास बड़ा धमाका हुआ है. अमेरिकी नागरिकों को इस समय एयरपोर्ट की यात्रा करने से बचना चाहिए. जो भी अमेरिकी नागरिक इस समय आबे गेट, ईस्ट गेट, नॉर्थ गेट के पास हैं, वहां से तुरंत हट जाएं.
धमाके के बाद फ्रांस का बड़ा एक्शन
फ्रांस ने काबुल एयरपोर्ट के पास हुए सीरियल ब्लास्ट के बाद बड़ा एक्शन लिया है. फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने कहा है कि फ्रांस अफगानिस्तान से अपने राजदूतों को वापस बुलाएगा. ये राजदूत पेरिस से काम करेंगे. उन्होंने यह भी कहा कि फ्रांस काबुल से ‘कई सौ’ अफगानों को निकालने की कोशिश करेगा. मालूम हो कि काबुल एयरपोर्ट पर पिछले कई दिनों से भारत, अमेरिका समेत कई देश अपने नागरिकों को वापस वतन ला रहे हैं. इसके अलावा, कई हजारों अफगान नागरिकों का भी रेस्क्यू किया जा चुका है.
बता दे कि 15 अगस्त को काबुल पर तालिबान के कब्जे के बाद से बड़ी संख्या में लोग देश छोड़कर भाग रहे हैं और एयरपोर्ट पर हजारों की संख्या में एकत्रित हैं। अमेरिका, भारत सहित अधिकतर देश अपने नागरिकों के साथ इन लोगों को बाहर निकालने में जुटे हैं। तालिबान ने विदेशी सैनिकों को 31 अगस्त तक काबुल से निकल जाने को कहा है।