(Pi Bureau)
अमेरिका के विदेश मंत्री ने मंगलवार को बड़ी घोषणा करते हुए कहा कि अमेरिका ने काबुल में राजनयिक उपस्थिति को खत्म कर दिया है और अपने दूतावास को काबुल से कतर शिफ्ट कर दिया है। ब्लिंकन ने कहा कि अमेरिका अब कतर से ही अफगानिस्तान में नए राजनयिक मिशन की शुरुआत करेगा। ब्लिंकन ने एक और बड़ी जानकारी देते हुए कहा कि हमने अफगानिस्तान से सभी सैनिकों को वापस बुला लिया है।
ब्लिंकन ने कहा कि अफगानिस्तान के साथ अमेरिका के जुड़ाव का एक नया अध्याय शुरू हो गया है। यहां अब हम अपनी कूटनीति के साथ आगे बढ़ेंगे। उन्होंने कहा कि करीब 6,000 अमेरिकी नागरिकों सहित 1,23,000 से अधिक लोगों को अफगानिस्तान से सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया है।
ब्लिंकन ने कहा अफगानिस्तान में बचाव अभियान काफी चुनौतीपूर्ण रहा। उन्होंने कहा कि हमने काबुल में सैन्य अभियान के दौरान कई कठिन परिस्थितियों का सामना किया। इस दौरान दूतावास और संकट में फंसे लोगों से समन्वय बनाना बेहद मुश्किल हो रहा था।
अमेरिका ने तालिबान को बताया शासन करने का फॉर्मूला
अमेरिकी विदेश मंत्री ब्लिंकन ने तालिबान से कहा कि अगर आप अफगानिस्तान में शासन करना चाहते हैं तो आपको नागरिकों की स्वतंत्रता को लेकर प्रतिबद्धताओं और अपने आधारभूत दायित्वों को पूरा करना होगा। ब्लिंकन ने कहा कि महिलाओं और अल्पसंख्यकों सहित अफगान लोगों के मूल अधिकारों का सम्मान करना होगा। आतंकवाद के खिलाफ अपनी प्रतिबद्धताओं को कायम रखना होगा। अफगानिस्तान में रहने का विकल्प चुनने वालों के खिलाफ प्रतिशोध की हिंसा से बचना होगा। उन्होंने कहा कि एक समावेशी सरकार बनाना जो अफगान लोगों की जरूरतों को पूरा कर सके और उनकी आकांक्षाओं को प्रतिबिंबित कर सके। इसके अलावा ब्लिंकन ने कहा कि तालिबान को यात्रा की स्वतंत्रता देनी होगी।
ब्लिंकन ने बताई अमेरिका की आगे की योजना
फिलहाल, हम दोहा में दूतावास का उपयोग अफगानिस्तान के साथ अपनी कूटनीति का प्रबंधन करने के लिए करेंगे। जिसमें कांसुलर मामलों, मानवीय सहायता का प्रबंधन और तालिबान को संदेश भेजने के लिए सहयोगियों, भागीदारों और अंतर्राष्ट्रीय हितधारकों के साथ काम करना शामिल है। वहां हमारी टीम का नेतृत्व इयान मैककरी करेंगे, जिन्होंने पिछले एक साल से अफगानिस्तान में हमारे डिप्टी चीफ ऑफ मिशन के रूप में काम किया है। उन्होंने कहा कि यहां काम करने के लिए कोई भी इनसे बेहतर नहीं हो सकता।