(Pi Bureau)
अमेरिका के अफगानिस्तान छोड़ने के बाद काबुल में माहौल और भी ज्यादा बिगड़ गए हैं. काबुल एयरपोर्ट बंद किए जाने की वजह से आम अफगानी लोग देश छोड़ने के लिए बदहवासी में बॉर्डर इलाकों की तरफ जा रहे हैं. सीमाई इलाकों में लोगों की लंबी-लंबी कतारें देखी जा सकती हैं. बता दें कि अफगानिस्तान हर तरफ से भूमि सीमाओं से घिरा हुआ देश है. देश चारों तरफ से पाकिस्तान, ईरान और मध्य एशियाई देशों से घिरा हुआ है.
बता दें कि अफगानिस्तान में 20 साल बाद अमेरिकी सैनिकों की पूरी तरह वापसी हो गई है. इसके साथ ही तालिबान की नई पारी भी शुरू हो गई है. इस बीच तालिबान ने अमेरिका और दुनिया के बाकी देशों के साथ अच्छे रिश्ते बनाने की इच्छा जाहिर की है. तालिबान के शीर्ष प्रवक्ता जबीहुल्ला मुजाहिद ने मंगलवार को काबुल एयरपोर्ट के रनवे पर प्रेस कॉन्फ्रेंस की. इस दौरान मुजाहिद ने अफगानियों को आजादी की बधाई दी. मुजाहिद ने कहा, ‘इस जीत के लिए अफगानिस्तान को बधाई… ये जीत हम सभी की जीत है. अफगानियों की जीत है.’
इससे पहले अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन और अशरफ गनी के बीच 14 मिनट की बातचीत हुई थी. ऐसी खबर है कि बातचीत के दौरान अमेरिकी राष्ट्रपति ने अफगानिस्तान को दी जाने वाली सैन्य मदद के बारे में भी चर्चा की थी. इसके साथ ही जो बाइडन ने अफगानिस्तान के राष्ट्रपति से कहा था कि अब वक्त आ गया है कि वह तालिबान के खिलाफ जारी जंग को लेकर अपनी छवि में बदलाव लाएं.
उन्होंने कहा कि इससे दुनिया और अफगानिस्तान के सामने उनकी छवि को काफी नुकसान हो रहा है. बता दें कि अमेरिकी राष्ट्रपति से बात करने के दो हफ्ते के बाद ही अशरफ गनी ने काबुल छोड़ दिया और तालिबान ने काबुल के राष्ट्रपति पैलेस पर कब्जा कर लिया.