(Pi Bureau) चंडीगढ़ । डेरा प्रमुख और उनकी मुंह बोली बेटी हनीप्रीत के संबंधों को लेकर हररोज नए-नए खुलासे सामने आ रहे हैं। सोमवार को डेरा प्रमुख के बेटे जसमीत इंसा की पत्नी खुशप्रीत कौर के ममेरे भाई भूपेंद्र सिंह गौरा ने ऐलान किया कि हनीप्रीत की जानकारी देने वाले को 5 लाख रुपए का ईनाम दिया जाएगा। भूपेंद्र ने कहा कि हनीप्रीत ही डेरा प्रमुख की असली राजदार है और उसका जल्द से जल्द पुलिस की गिरफ्त में आना बेहद जरूरी है। भूपेंद्र ने आरोप लगाया कि डेरा प्रमुख के समधी एवं पंजाब के पूर्व मंत्री हरविंद्र सिंह जस्सी ने ही हनीप्रीत को भगाने में मदद की है।
चंडीगढ़ में पत्रकारों से बातचीत में भूपेंद्र ने कहा कि हनीप्रीत के बाद अगर कोई सबसे ज्यादा डेरा मुखी के करीब था तो वह हैं पंजाब के पूर्व मंत्री हरविंद्र सिंह जस्सी। उन्होंने आरोप लगाया कि डेरामुखी के जेल जाने के बाद हनीप्रीत 25 अगस्त को सिरसा डेरे में पहुंच गई थी और 27 को यहां से फुर्र हो गई। जांच होनी चाहिए कि सुरक्षा बलों के पहरे के बावजूद वह गायब कैसे हुई। बाबा के समधी हरविंद्र सिंह जस्सी ने ही उसे खुद को मिली जैड प्लस सिक्योरिटी में खुफिया ठिकाने पर पहुंचाया।
गौरा ने कहा कि विधानसभा चुनाव के दौरान पंजाब के मोड़ मंडी में हुए बम ब्लास्ट की उच्च स्तरीय जांच होनी चाहिए। उन्होंने डेरा मुखी के समर्थकों और हरविंद्र जस्सी के आदमियों से खुद को खतरा बताते हुए कहा कि डर के कारण मेरा परिवार भूमिगत है। हमारे घर पर हमला हुआ, लेकिन सियासी दबाव के चलते पुलिस ने तीन दिन तक एफ.आई.आर. तक दर्ज नहीं की। हमें लगातार फोन पर धमकियां दी जा रही हैं। अगर परिवार के साथ कुछ गलत हुआ तो इसके लिए जस्सी जिम्मेदार होंगे। कभी डेरा मुखी गुरमीत राम रहीम के राजदार रहे भूपेंद्र सिंह गौरा की अगुवाई में फ्रंट एक माह से लापता हनीप्रीत को ढूंढ निकालने के लिए अभियान चलाएगा। इसके लिए नेपाल, दुबई से लेकर कनाडा और दूसरे देशों में भी जाना पड़ा तो फ्रंट के सदस्य वहां जाएंगे। भूपेंद्र ने दावा किया कि हनीप्रीत को गायब करवाने में पंजाब के पूर्व विधायक जस्सी का पूरा हाथ है और उन्होंने ही उसे किसी डेरा समर्थक के यहां छिपाया हुआ है।
डेरा मुखी के रिश्तेदार भूपेंद्र गौरा ने गुरमीत सिंह के शिकार बने लोगों को इंसाफ दिलवाने के लिए नैशनल एंटी कर्ट फ्रंट बनाया है। सात सदस्यीय फं्रट ने मोबाइल नंबर 7087924122 जारी किया है जिस पर डेरे की प्रताडऩा का शिकार कोई भी व्यक्ति मदद के लिए कॉल कर सकता है। अभी तक कुल सात लोगों ने फ्रंट से डेरे से अपनी जमीन छुड़वाने के लिए मदद मांगी है। ट्रस्ट डेरे द्वारा हड़पी गई जमीन को लोगों को वापस दिलवाने के लिए कानूनी लड़ाई लड़ेगा।