(Pi Bureau)
उत्तर प्रदेश के बंद पड़े सिंगल स्क्रीन सिनेमाघरों को चालू करने के लिए योगी सरकार नयी प्रोत्साहन योजना लाएगी। प्रदेश सरकार की निगाह इन 58 जिलों पर है जहां अब तक एक भी मल्टीप्लेक्स नही खुले हैं। उत्तर प्रदेश में अब बन्द सिनेमाघरों को मल्टीप्लेक्स स्कीम के तहत चालू किया जायेगा। इस दिशा में सिनेमा मालिको के लिए प्रोत्साहन योजना चलायी जायेगी। नयी प्रोत्साहन योजना के तहत योगी सरकार का बंद पड़े सिंगल स्क्रीन सिनेमाघरों को मल्टीप्लेक्स में बदलने पर मनोरंजन कर में भारी छूट देने का प्रस्ताव है।
उत्तर प्रदेश में बीते दो दशकों में 600 से ज्यादा सिंगल स्क्रीन सिनेमाघर बंद हो गए हैं। बीती सरकारों ने बंद पड़े सिनेमाघरों को फिर से चालू करने के लिए कई प्रोत्साहन योजनाएं शुरु कीं पर अब उसका लाभ लेते हुए 29 सिनेमाघर ही दोबार खुल पाए हैं।
उत्तर प्रदेश के उप मु यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने मनोरंजन कर विभाग की समीक्षा करते हुए कहा कि बंद पड़े सिनेमाघरों को चलवाने के लिए टैक्स प्रक्रिया में सरलीकरण पर विचार किया जा रहा है जिसके तहत बीमार यूनिटों में तीन साल तक 100 प्रतिशत उसके बाद दो साल तक 75 प्रतिशत छूट देने का प्रस्ताव भी विचाराधीन है। मौर्य ने बातया कि प्रदेश के 58 जिलों में एक भी मल्टी प्लेक्स सिनेमा घर नहीं हैं ऐसे जिलों में उद्यमियों को प्रोत्साहित किया जायेगा। उन्होंने कहा कि प्रदेश में फिल्म सिटी बनाने की पहल हेतु स बन्धित विभागों के साथ बैठक की जायेगी साथ ही उत्तर प्रदेश के फिल्म कलाकारों को प्रोत्साहित किया जायेगा ताकि प्रदेश में कलाकारों के लिए एक माहौल बनाया जा सकें। मौर्य ने सिनेमाघरों के अलावा अन्य क्षेत्रों से प्राप्त होने वाले करों का आकलन करने के निर्देश स बन्धित अधिकारियों को दिये।
मनोरंजन कर विभाग के अधिकारियों के मुताबिक उत्तर प्रदेश सरकार ने प्रदेश के बंद पड़े छविगृहों को पुनः सक्रिय करने तथा अन्य सक्रिय छविगृहों के सुदृढ़ी करण एवं सिनेमा हालों में फिल्मों को देखने की प्रवृत्ति को बढ़ावा देने के लिए वर्तमान छविगृहों में उपलब्ध सुविधाओं तथा तकनीक का आधुनिकीकरण एवं उच्चीकरण करने पर विशेष बल दिया है।
गौरतलब है कि इससे पहले प्रदेश सरकार ने बंद पड़े सिनेमा घरों को कम क्षमता के हाल में परिवर्तित करने की दशा में खाली पड़ी जमीन के व्यावसायिक उपयोग की अनुमति भी देने का फैसला किया था। उत्तर प्रदेश में मल्टीप्लेक्सों का चलन बढ़ने और उन्हें दी जा रही करों में छूट के चलते बीते एक दशक में सैकड़ों एकल स्क्रीन सिनेमा घर बंद हो चुके हैं। अकेले राजधानी में अब तक एक दर्जन सिनेमा हाल बंद हुए हैं जबकि बीते सात सालों में छह नए मल्टीप्लेक्स खुल चुके हैं।