(Pi Bureau)
महाराष्ट्र के लोकायुक्त न्यायमूर्ति वी एम कनाडे ने बीएमसी को लताड़ लगाते हुए कहा कि वह बहाना बना रही है और जुहू में अभिनेता अमिताभ बच्चन के बंगले ‘प्रतीक्षा’ की दीवार को तोड़ने में देरी कर रही है। पिछले महीने, बीएमसी ने कहा था कि उसने ‘प्रतीक्षा’ के अंदर आने वाले भूखंड के उस हिस्स को इसलिए नहीं लिया है क्योंकि उसके पास सड़क चौड़ीकरण करने के लिए एक ठेकेदार नहीं है।
बीएमसी ने कहा था कि अगले वित्तीय वर्ष में जब इसके लिए एक ठेकेदार की नियुक्ति की जाएगी तो वह परिसर की दीवार को गिरा देगी और जमीन का अधिग्रहण कर लेगी।
अपने आदेश में, न्यायमूर्ति कनाडे ने कहा, “मेरे विचार में बीएमसी द्वारा दीवार नहीं तोड़ने का कारण सही प्रतीत नहीं होता है। जब भी कोई सड़क चौड़ीकरण परियोजना शुरू की जाती है, तो इसके लिए बीएमसी द्वारा पर्याप्त बजटीय प्रावधान किया जाता है। जाहिर सी बात है कि बीएमसी बेहूदा बहाना बनाकर बाउंड्री वॉल गिराने में देरी कर रही है।”
उन्होंने कहा, ”यह सामान्य ज्ञान की बात है कि 30 मई के बाद मानसून के दौरान कोई भी विध्वंस कार्य नहीं किया जाता है। इसलिए, काम में कम से कम एक साल और देरी होगी।”
आपको बता दें कि साल 2017 में अभिनेता अमिताभ बच्चन को ‘प्रतीक्षा’ से इस्कॉन मंदिर की ओर जाने वाली लेन में यातायात को कम करने के लिए पड़ोसी भूखंडों के मालिकों के साथ जुहू में लिंकिंग रोड पर प्रतीक्षा से जमीन का एक हिस्सा वापस करने के लिए कहा गया था। बीएमसी उन हिस्सों पर संत ज्ञानेश्वर रोड को 40 फीट से 60 फीट तक चौड़ा करेगी।