निजामुद्दीन दरगाह के दो मौलवी पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी की हिरासत में हैं !!!

Pi Bureau :

 

नई दिल्ली : भारत से पकिस्तान गए निजामुद्दीन दरगाह के दो मौलवी पकिस्तान से लापता हो गए है उनके बारे में कहा जा रहा है की वो पकिस्तान की ख़ुफ़िया  एजेंसी की हिरासत में हैं. पाकिस्तान में आधिकारिक सूत्रों द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक, पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी के अधिकारियों ने आसिफ निजामी और नजीम निजामी को हिरासत में रखा है। सूत्र बता रहे है की दोनों मौलवियों को किसी अज्ञात स्थान पर झुपा कर रखा गया है. उनको क्यों हिरासत में लिया गया इस बाबत कोई स्पष्ट जानकारी नहीं मिल पा रही है. फिलहाल वो गिरफ्तार है और उनको गुप्त स्थान पर ले जाके इंट्रोगेट किया जा रहा है .

बताते चले कि विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने भी शुक्रवार को दोनों मौलवियों के अपहरण के पीछे पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी ISI का हाथ होने का संकेत दिया था।

विदेश मंत्री सुषमा ने कहा था कि दोनों मौलवियों की मेजबानी करने वाले उनके पाकिस्तानी मेहमान लगातार दबाव में हैं। उन्होंने आगे कहा कि मेजबानों पर पाकिस्तान स्थित भारतीय उच्चायोग से बात ना करने का दबाव बनाया जा रहा है। भारत ने इन दोनों मौलवियों के गायब होने का मुद्दा उठाया है

 

सुषमा ने एक ट्वीट में लिखा था, ‘विदेश मंत्रालय ने कराची में इन दोनों भारतीय मौलवियों की मेजबानी करने वाले लोगों से भी संपर्क किया। ऐसा लग रहा था कि उनपर भारतीय उच्चायोग से बात ना करने का दबाव है।

दोनों मौलवी कुछ दिनों पहले कराची के लिए विमान लेते समय वे दोनों लाहौर हवाईअड्डे से गायब हो गए थे। तब से ही वे लापता हैं और उनके बारे में कोई जानकारी नहीं मिल पा रही है।

विदेश मंत्री सुषमा का मानना है कि यह कोई साधारण अपहरण का मामला नहीं है, उन्होंने इसमें पकिस्तान के अधिकारियो का हाँथ होने से भी नहीं इनकार किया

एक अन्य ट्वीट में सुषमा ने बताया कि वह पाकिस्तान स्थित भारतीय उच्चायोग के लगातार संपर्क में हैं, लेकिन अभी तक दोनों मौलवियों के बारे में कोई जानकारी नहीं मिल पाई है। हजरत निजामुद्दीन दरगाह के मुख्य प्रभारी 80 वर्षीय सैयद आसिफ अली निजामी ने बताया, ‘हम इस मसले पर पाकिस्तान सरकार के साथ संपर्क में हैं।’

 

पाकिस्तानी पत्रकार मेहर तरार ने सुषमा के एक ट्वीट पर प्रतिक्रिया करते हुए लिखा था कि लापता मौलवियों में से एक के साथ पिछले साल दिल्ली में उनकी मुलाकात हुई थी। मेहर ने लिखा कि आमतौर पर पाकिस्तानी सूफी संतों का काफी सम्मान करते हैं। इसका जवाब देते हुए सुषमा ने लिखा, ‘मैं उम्मीद करती हूं पाकिस्तानी सरकार भी आपकी ही तरह महसूस करती है। मैं उम्मीद करती हूं कि आपकी सरकार दोनों भारतीय मौलवियों की तलाश में हमारी मदद करे।’

 

 

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