(Pi Bureau)
मुजफ्फरनगर। जनपद के थाना भोपा क्षेत्र में मानवता की सारी हदें पार करते हुए अपनी ही मासूम बेटी का कत्ल करने वाले पिता की पैंट पर लगा खून 3 वर्षीय मासूम बच्ची के खून से मैच हो गया है। पुलिस ने विधि विज्ञान प्रयोगशाला से आई रिपोर्ट को केस डायरी में शामिल कर चार्जशीट को न्यायालय में पेश करने की कार्रवाई शुरू कर दी है।
जनपद के भोपा थाना क्षेत्र के नंगला बुजुर्ग गांव निवासी शमीम ने गत 2 मई को मानवता की सारी हदें पर करते हुए अपने सगे भाई को मुकद्दमे में फंसाने के लिए साथी रहकड़ा निवासी जहीर अब्बास के साथ मिलकर अपनी 3 वर्षीय मासूम बेटी लाइबा की यूसुफपुर गांव के जंगल में छुरी से गला काटकर हत्या कर दी थी। मुख्य आरोपी शमीम ने सी.ओ. भोपा को अपनी बेटी के अपहरण की जानकारी दी, जिस पर पुलिस शमीम को साथ लेकर मौके पर पहुंची तो गन्ने के खेत में लाइबा का शव मिला। पुलिस की नजर शमीम की पैंट पर पड़ी तो पुलिस ने आरोपी को थाने लाकर पूछताछ की।
शमीम ने बताया कि संपत्ति विवाद के चलते उसने ही भाई को मुकद्दमे में फंसाने के लिए साथी जहीर अब्बास के साथ मिलकर लाइबा की गला रेत कर हत्या कर दी। पुलिस ने हत्याकांड में शामिल आरोपी जहीर अब्बास को गिरफ्तार कर हत्या का षड्यंत्र रचने में शामिल शमीम की पत्नी खुशनसीब समेत तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था।
मौके पर पहुंची फोरैंसिक विभाग की टीम ने घटनास्थल की मिट्टी के नमूने, छुरी पर लगा खून व शमीम की पैंट पर लगे खून व मृतका के खून के सैंपल लेकर जांच के लिए विधि विज्ञान प्रयोगशाला आगरा भेजे थे। थाना प्रभारी निरीक्षक डा. बी.पी. सिंह ने बताया कि प्रयोगशाला से आई रिपोर्ट में कपड़ों पर लगा खून मृतका मासूम लाइबा का ही निकला।