(Pi Bureau)
लखनऊ । अगर आपको बच्चन, भारती, कमलेश्वर जैसे रचनाकारों के साहित्य की तलाश है तो और अगर उभरते हुए नये लेखकों की पुस्तकें चाहिए तो मोतीमहल लान राणाप्रताप मार्ग में 16 अप्रैल तक चल रहे पुस्तक मेले में आइए। यूं तो यहां हर विषय से जुड़ी हिन्दी-अंग्रेज़ी की ढेरों किताबें हैं किन्तु अच्छे साहित्य की तलाश में हर वय, हर वर्ग के लोग मनपसंद साहित्य लेने यहां आ रहे हैं। मेले के दोनों सांस्कृतिक मंचों पर साहित्यकारों और पुस्तकप्रेमियों की उपस्थिति में बराबर कार्यक्रम चल रहे हैं।
यहां रोज़ सुबह 11 बजे से रात नौ बजे तक चलने वाले निःशुल्क पुस्तक मेले में सामयिक प्रकाशन के स्टाल पर साहित्य में मुकेश भारद्वाज की सत्ता पर नजर, शशिशेखर की लीक से हटकर और नई कविता की प्रवृत्तियां जैसी कई एकदम नई किताबें हैं। सुभाष पुस्तक भण्डार के स्टाल पर भारतीय ज्ञानपीठ सहित अनेक प्रकाशकों की ढेरों उपन्यास, कहानी, कविता, नाटक, शायरी की किताबें आलोचनात्मक पुस्तकों के साथ मिल रही हैं। आयोजक मनोज सिंह चंदेल ने बताया कि सामान्य तौर पर लोग पुस्तक मेले का मतलब कहानी-कविता की किताबों से ही समझते हैं इस नाते ऐसी किताबें बराबर बिकती हैं। युवा वर्ग भी मेले में खासी दिलचस्पी ले रहा है। युवाओं मे 15 अप्रैल की शाम होने वाले मोटीवेटर सूर्या सिन्हा के कार्यक्रम के लिए अपना पंजीकरण कराने का खासा उत्साह देख जा रहा है। मेल में कथा साहित्य की किताबें दिव्यांश पब्लिकेशन, हिन्दी संस्थान सहित कई स्टालों पर हैं।
मंच पर हुए कार्यक्रमों में कल जहां शायर मनीष शुक्ल से शायर सुहैल काकोरवी के संवाद और ज्वाइन हैण्ड्स फाउण्डेशन के तत्वावधान में 15 वर्षों के आयोजन में पहली बार आर्ट बुक का जारी होना चर्चा में रहा वहीं आज डिजिटल इंडिया थीम पर केन्द्रित मेले में थीम पर आयोजित सेमिनार और अग्रणी चेतना फाउण्डेशन में एप का लोकार्पण लोगों की जुबान पर रहा। डॉ रीना मिश्रा, शैलेंद्र कुमार मिश्र, रजनीश, फरीद अब्बासी, शकुंतला मिश्रा विश्वविद्यालय के प्रो.निशीथ राय , प्रो.एम.एल भट्ट, ज्योति रतन, पीके दुबे की मंच पर उपस्थिति में प्रदेश के मंत्री बृजेश मिश्र ने किया। इस अवसर पर पैरा बैडमिंटन चैंपियनशिप में इतिहास रचने वाले दिव्यांग खिलाड़ी अबु हुबैदा के संग ही सिराजुद्दीन का सम्मान भी किया गया। न्यूज़ टाइम के डिजिटलाइजेशन से उभरता नया भारत विषयक सेमिनार में प्रो.निशीथ राय, पत्रकार हेमंत तिवारी, सिद्धार्थ कलहंस, भास्कर दुबे, सौरभ मिश्र आदि से विस्तर से प्रकाश डाला। न्यायाधीश राकेशकुमार और डा.कीर्ति नारायण ने सिंधी कांउसिल आफ इण्डिया द्वारा आयोजित कार्यक्रम में सिंधी भाषा के महत्व और विकास की बात की। साहित्यकार गोपाल उपाध्याय की स्मृति में उनके कृतित्व पर उत्कर्ष प्रतिष्ठान द्वारा आयोजित समारोह में मुख्य रूप से विद्याविन्दु सिंह, अनूप श्रीवास्तव, व प्रो.सूर्यप्रसाद ने प्रकाश डालते हुए उन्हें इस कालखण्ड का महत्वपूर्ण उपन्यासकार बताया। इस अवसर पर कैलाश उपाध्याय, योगेश तिवारी, गोपाल गैलाकोटी की उपस्थिति में दिलीप सिंह वाफिला, के.एन.चंदोला, ओ.पी.भारद्वाज इत्यादि को गोपाल उपाघ्याय सम्मान से नवाज़ा गया। ज्योति किरन के साथ रायल जीस्त के स्वाति-हीरेन्द्र के संयोजन में हुई गीत-संगीत, पोस्टर व परिधान आदि की प्रतियोगिताओं में आज संजू सिंह, अज्वा खान, मन चित्रांश, सुमित, राधे, अमर, आकाश, अनूप, गौरव, तौफीक, अनुराग दीक्षित, पावनी गुप्ता, समीक्षा, निशा तिवारी आदि प्रतिभागियों और स्माइल डांस ग्रुप व फिगो मैड ग्रुप के युवा फनकारों के संग ही अभिभावकों में मानती वर्मा ने अपनी प्रस्तुति से दर्शकों का दिल जीत लिया। थियेटर एवं फिल्म वेलफेयर एसोसिएशन के संयोजन में चल रहे हास्य नाट्य समारोह के तहत अंशुमान दीक्षित के निर्देशन में मंचित नाटक ‘नौकर और मालिक’ में केशव मित्तल, मनीष तिवारी, राहुल जोशी, पंकज कश्यप ने अभिनय कर हंसाया। पाश्र्व मंें मौर्य आशीष, सुब्रत राय, ए.एम अभिषेक, अमर राजभर, हैदर जैदी व अमन सक्सेना का सहयोग रहा। रात में वसीम हैदर के संयोजन में चले मुशायरे में युवा शायर अनुपम श्रीवास्तव सहित अनेक रचनाकारों ने अपना कलाम पेश किया।