(Pi Bureau)
लखनऊ: उत्तर प्रदेश में सत्तारुण समाजवादी पार्टी की सरकार भले ही यह दावा करे की उत्तर प्रदेश की पुलिस गायत्री प्रजापति की तलाश में लगी है. पर इस के विपरीत मुलायम सिंह की फ़ोन पर मिली दमकी से चर्चा में आये आईपीएस अधिकारी अमिताभ ठाकुर का कुछ और ही कहना है अमिताभ ठाकुर के हालिया बयान के मुताबिक कि प्रजापति को गिरफ्तार करना पुलिस के लिए बड़ी बात नहीं है, लेकिन पुलिस ऐसा नहीं कर पा रही है और इसकी वजह सिर्फ राजनीतिक दवाब है।
उत्तर प्रदेश के आईपीएस अधिकारी अमिताभ ठाकुर ने रविवार को शाहजहांपुर में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में राज्य पुलिस पर आरोप लगाया कि पुलिस ऐसा पॉलिटिकल प्रेशर के चलते नहीं कर रही है। उन्होंने आगे कहा कि ‘अगर राज्य में किसी दूसरी पार्टी की सरकार होती तो अब तक प्रजापति सलाखों के पीछे होते।
बताते चले बीते दिनों आईपीस अधिकारी की पत्नी और ऐडवोकेट/ आरटीआई एक्टिविस्ट नूतन ठाकुर ने 35 वर्षीय रेप पीड़िता की तरफ से प्रजापति के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने के लिए हाई कोर्ट में याचिका दायर की थी। इस याचिका को नामंजूर कर दिया गया था। इस पर पीड़िता ने प्रजापति के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने के लिए सुप्रीम कोर्ट की शरण ली। ठाकुर ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि प्रजापति ने उन्हें धमकी दी।
गौरतलब है कि ऐडवोकेट नूतन ठाकुर ने पूर्व में गायत्री प्रजापति, राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष जरीना उस्मानी और 6 अन्य लोगों के खिलाफ उनको और उनके पति को छूटे केस में फंसाने की धमकी देने पर एफआईआर दर्ज कराई थी। जुलाई 2015 में यह एफआईआर तो दर्ज कर ली गई थी,लेकिन इस पर कोई इंवेस्टिगेशन नहीं की गई थी। आईपीस अधिकारी अमिताभ ठाकुर ने कहा ‘मेरे खिलाफ चार विभागों में जांच चल रही है और दर्जन भर नोटिस मेरे खिलाफ निकाले गए, क्योंकि मैं माफिया के खिलाफ काम किया।’ गायत्री प्रजापति के केस पर ठाकुर बोले ‘ रेप के आरोपी गायत्री प्रजापति का केस आगे क्या मोड़ लेगा, यह आगे आने वाली 11 मार्च के नतीजे आने के बाद ही तय होगा। पुलिस फिलहाल बहुत ज्यादा राजनीतिक दवाब में है