कई बार होता है कि अचानक से गले के इंफेक्शन की वजह से गले में सूजन के साथ साथ खराश और दर्द अचानक से बढ़ जाता है। जिसे फैरिन्जाइटिस कहा जाता है। इसमें गले में सूजन के साथ-साथ खराश और दर्द का सामना भी करना पड़ता है। इस समस्या के दौरान खाना-पीना निगलने में दिक्कत होती है। सर्दियों में ये बीमारी काफी आम है। मानसून के समय में भी अक्सर गले का इंफेक्शन की समस्या आम है।
जिन लोगों को जुकाम होता है या जल्दी एलर्जी हो जाती है उन्हें ये इंफेक्शन होने की ज्यादा सम्भावना रहती है।
अगर आप भी इस समस्या से पीडि़त है तो आइए जानते है कि इस गले के इंफेक्शन के कुछ घरेलू उपाय।
फिटकरी
गर्म पानी में फिटकरी और सेंधा नमक मिलाकर दिन में दो से चार बार गरारे करें। इसके बाद आपको थोड़ा राहत मिलेगी।
नमक, गुनगुना पानी
गुनगुने पानी में नमक मिला कर दिन में दो-तीन बार गरारे करें। गरारे के तुरंत बाद कुछ ठंडा न लें। एक दो दिन में आपको गले की सूजन से बहुत राहत मिलेगी।
मुलहठी
सोते समय एक ग्राम मुलहठी की छोटी सी गांठ मुख में रखकर कुछ देर चबाते रहें। फिर मुंह में रखकर सो जाएं। मुलहठी चूर्ण को पान के पत्ते में रखकर चबाते रहें। इससे सुबह गला खुलने के साथ-साथ गले का दर्द और सूजन भी दूर होती है।
लहसुन
इसमें एंटी-माइक्रोबियल गुण होता है, जो बैक्टीरिया और वायरस को मारने में मदद करता है। लहसुन खाने से गले की सूजन कम हो जाती है। इसके लिए लहसुन की एक छोटी सी कली लेकर अपने मुंह में रखकर धीरे-धीरे चूसे।
नींबू का रस
नींबू का रस प्राकृतिक एसिड होता है, इसलिए यह बैक्टीरिया को मार कर गले की सूजन कम करने में मदद करता है। एक कप गर्म पानी में थोड़ा सा नमक और नींबू के रस की कुछ बूंदे मिलाकर गरारा करें।
मुनक्का
सुबह-शाम दोनों वक्त चार-पांच मुनक्का के दानों को खूब चबाकर खा लें, लेकिन ऊपर से पानी ना पिएं। दस दिनों तक लगातार ऐसा करने से लाभ होगा।
मिश्री और सूखा धनिया
खाना निगलने में ज्यादा दर्द हो तो मिश्री और सूखा धनिया एक समान मात्रा में ले और इस मिश्रण का एक चम्मच दिन में दो बार चबाएं। इस उपाय से मुंह के छाले ठीक हो जाएंगे।
अदरक
अदरक, गले के चारों ओर श्लेष्मा झिल्ली को शांत कर, सूजन से तुरंत राहत देता है। समस्या होने पर एक पैन में कटा हुआ अदरक उबाल लें और कुछ देर उबालने के बाद इसे थोड़ा ठंडा होने के लिए रख दें। इसमें नींबू का रस और मीठा करने के लिए शहद मिला सकते हैं।