प्रति दिन सात घंटे की नींद आप के दिल को जवां रख सकती है और साथ ही दिल संबंधी रोगों का जोखिम भी घटा सकती है. शोध से पता चला है कि रात में सात घंटा नींद लेने वाले वयस्कों में दिल का बुढ़ापा सबसे कम है. सात घंटे से कम या ज्यादा की नींद का संबंध दिल की जवानी से जुड़ा हुआ है, जबकि कम नींद लेने वालों के दिल में बूढ़ापन देखा गया है. नींद की अवधि, दिल की उम्र के साथ मिलकर दिल संबंधी जोखिमों व नींद की अवधि के फायदे के संप्रेषण में मददगार साबित हो सकती है.
अमेरिका के जार्जिया में इमोरी विश्वविद्यालय की जूलिया दुरमर ने कहा, “ये परिणाम महत्वपूर्ण हैं, क्योंकि यह लोगों के दिल संबंधी जोखिमों के संचार व नींद की अवधि को शामिल करने के परिमाणात्मक पद्धति को प्रदर्शित करते हैं.” इस शोध का प्रकाश ‘स्लीप’ नामक पत्रिका में हुआ है. इसमें 12,775 वयस्कों के आंकड़ों को शामिल किया गया, जिनकी आयु 30 से 74 साल के बीच थी.
दुनिया के 77 प्रतिशत युवा, नींद ना आने की वजह से बीमार हो रहे हैं
अगर आप 8 से 9 घंटे की नींद ले रहे हैं तो आप दुनिया के सबसे खुशकिस्मत लोगों में से एक हैं. लेकिन दुख की बात ये है कि दुनिया के 77 प्रतिशत युवा, नींद ना आने की वजह से बीमार हो रहे हैं. इस सर्वे में भारत सहित दुनिया के 13 देशों के 15 हज़ार लोगों को शामिल किया गया है.
इस सर्वे में भारत और जापान के लोगों की हालत चिंताजनक है. इन दोनों ही देशों के लोग औसतन 7 घंटे से कम सोते हैं जबकि अच्छी नींद लेने वाले देशों की लिस्ट में Argentina, Spain और Ukraine शामिल है. इन देशों में लोग औसतन 10 घंटे की नींद लेते हैं . एक सर्वे के मुताबिक जापान में काम के दबाव की वजह से करीब 2 हज़ार लोग हर साल आत्महत्या कर लेते हैं. इनमें से ज़्यादातर लोग कम नींद लेने की वजह से डिप्रेशन से पीड़ित होते हैं.
इस समस्या को कम करने के लिए जापान की कुछ कंपनियों ने अपने कर्मचारियों के लिए Office में ही नींद लेने की व्यवस्था की है. कुछ देर की नींद से कर्मचारी तरोताज़ा महसूस करते हैं और फिर काम में लग जाते हैं . लेकिन भारत की स्थिति जरा हटकर है