Pi health: कहीं इन वजहों से तो नहीं होता आपका सिरदर्द

आजकल भागदौड़ भरी जिंदगी में आम इंसान को थकान, सिरदर्द, बुखार आना, ब्लड प्रेशर का घटना-बढ़ना जैसी कई बीमारियां बिन बुलाए आ जाती है। इन्हीं बीमारियों में से एक आम बीमारी है- सिरदर्द। वैसे तो यह सामान्य होता है, लेकिन कई बार यह गंभीर रूप भी धारण कर लेता है। 

सिर दर्द एक ऐसी बीमारी है, जो हर उम्र के इंसान को होती है चाहे वो छोटे बच्चे हों या फिर बड़े। लेकिन, अक्सर सिर दर्द को लोग मामूली समझते हैं। वो इसके उपचार की तरफ ध्यान नहीं देते और एक गोली खाकर दर्द से जल्द राहत पाने की कोशिश करते हैं। मगर, जब हर बार सिर दर्द की समस्या हो, तो इसे गंभीरता से लेना चाहिए, क्योंकि इसके कारण मौत भी हो सकती है।

आज हम आपको बताने जा रहे हैं कि सिरदर्द किन-किन कारणों से होता है और किन चीजों का सेवन करने से परहेज करना चाहिए।

किन वजहों से होता है सिरदर्द?

  • सिरदर्द कई प्रकार के होते हैं, जैसे अधिक या कम समय तक सोना, नींद पूरी न होने के कारण भी सिरदर्द हो सकता है।
  • दांतों में दर्द के कारण भी सिरदर्द की शिकायत रहती है। दांतों में कीड़ा लगने, अक्ल दांत आने आदि से पूरे जबड़े में दर्द रहता है, जिससे सिरदर्द होता है।  
  • कभी-कभी नींद के बीच-बीच में टूटने के कारण भी सिरदर्द होता है। 
  • गर्मी में अधिक व्यायाम कर लेने से भी सिरदर्द शुरू हो जाता है, क्योंकि व्यायाम करते वक्त ग्लूकोज की मात्रा मांसपेशियों द्वारा खर्च कर ली जाती है और मस्तिष्क को ग्लूकोज नहीं मिल पाता। 
  • वैसे तनाव का पहला लक्षण ही सिरदर्द है। इसके अतिरिक्त निराशा, नींद न आना, थका हुआ महसूस करना आदि भी तनाव के कारण होते हैं। 
  • कुछ दवाईयां भी सिरदर्द का कारण होती हैं, जैसे ह्रदय रोगों या हाई ब्लड प्रेशन होने पर ली जाने वाली दवाईयां। बेहद आवश्यक होने पर ही इन दवाईयों का सेवन करें। 
  • आंखों के चश्मे के नंबर में बदलाव के कारण भी सिरदर्द होता है। जिन लोगों को आंखों का चश्मा न लगा हो और उन्हें सिरदर्द की शिकायत लगातार हो तो ऐसे में नेत्र विशेषज्ञ के पास जाकर आंखों को दिखाना चाहिए व नजर कमजोर होने पर चश्मा लगाना चाहिए। 
  • अधिक जुकाम, मौसम में बदलाव, अधिक धूम्रपान आदि के कारण भी सिरदर्द की शिकायत रहती है। अत: मौसमानुसार साफ सफाई का ध्यान रखते हुए बीमारी से बचाव का प्रयास करें।

सिरदर्द में न लें ये चीजें

चॉकलेट
चॉकलेट्स में भी सेरोटोनिन का स्तर बढ़ाने वाले अमीनो एसिड-टायरामाइन की अधिकता होती है। चॉकलेट का अत्याधिक सेवन औपको सिरदर्द तो देता ही है, साथ ही चिकित्सक माइग्रेन के रोगियों को चॉकलेट न खाने की सलाह देते हैं।

कॉफी
रोज कॉफी पीने वाले लोग एक दिन कॉफी न पिएं तो उन्हें सिरदर्द हो जाता है। वजह यह नहीं है कि उन्होंने कॉफी नहीं पी, वजह यह है कि वह रोज कॉफी पीने के आदी हो चुके हैं। ऐसे में कॉफी न पीने पर उन्हें सिरदर्द, घबराहट या चिढ़चिढ़ापन जैसी समस्याएं हो सकती हैं। 

चीज़
नाश्ते में या स्नैक्स में चीज़ युक्त डाइट लेना भले ही कितना भी स्वादिष्ट क्यों न लगे लेकिन इससे भी आपको सिरदर्द या माइग्रेन की समस्या हो सकती है। इसमें फैट्स के साथ-साथ टायरामाइन अधिक मात्रा में होता है जिससे आपको सिरदर्द की शिकायत हो सकती है। 

आइसक्रीम
वैसे तो यह मौसम आइस क्रीम खाने का कतई नहीं है लेकिन गर्मियों के इंतजार के साथ-साथ आइस क्रीम खाने की इच्छा तो बढ़ती ही जाती है। लेकिन जरूरत से ज्यादा आइसक्रीम खाना आपके सिरदर्द का कारण हो सकता है, इस बात को आप कतई न भूलें। अक्सर चिकित्सक आइसक्रीम के सेवन को भी माइग्रेन का ट्रिगर मान सकते हैं।

एल्कोहल 
शराब के सेवन के बाद अक्सर लोगों को सिरदर्द, जिसे कई बार हम हैंगओवर भी कहते है, बहुत परेशान करता है। एल्कोहल में टायरामाइन नामक तत्व अधिक मात्रा में होता है जो सिरदर्द व डीहाइड्रेशन की स्थिति पैदा करता है।

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