आपको बता दें सिडा रेटुसा, बरियारा, खिरैंती आदि नाम से भी जाना जाता है। बाला का मतलब होता है ताकत। इसके जरिए शरीर को पर्याप्त मात्रा में ऊर्जा और ताकत प्राप्त होती है। बाला हड्डियों की मजबूती, मसल्स और जोड़ों की मजबूती, वीर्य बढ़ाने, मूत्राशय में जलन को ठीक करने तथा हृदय संबंधी बीमारियों को ठीक करने में मदद करता है। इसके अलावा भी इसके तमाम औषधीय गुण होते हैं।
ऐसे पहुंचाता है फायदा
जानकारी के अनुसार बाला में सूजनरोधी गुण विद्यमान होते हैं। सूजन या जलन पर इसका पेस्ट लगाने से फायदा होता है। इसके अलावा आर्थराइटिस, जोड़ों के दर्द आदि से भी निजात पाने में बाला बहुत लाभकारी है। वही बाला का तेल नर्व्स को उत्तेजित करने का काम करता है। यह पैरालाइज्ड व्यक्तियों के लिए बेहद फायदेमंद होता है। इसके तेल को पैरालाइज्ड अंग पर लगाकर मसाज करने से काफी फायदा होता है।
शीघ्रपतन में भी है लाभकारी
इसी के साथ बाला शुक्राणु के गुणों को बढ़ाने वाली औषधि है। इसके अलावा अन्य तरह की यौन समस्याओं में भी इसका इस्तेमाल किया जाता है। शीघ्रपतन और वीर्य में कमी जैसी समस्याओं से छुटकारा दिलाने जैसी समस्याओं में बाला काफी लाभकारी है। यह फर्टिलिटी को भी दुरुस्त रखता है तथा महिला और पुरुष दोनों पर समान रूप से लाभकारी है। पानी कम पीने या फिर अन्य किसी समस्या की वजह से मूत्राशय में जलन की समस्या हो सकती है। ऐसे में बाला का इस्तेमाल बहुत फायदेमंद होता है। इसके इस्तेमाल से मूत्राशय की जलन से राहत मिल जाती है।