हम आपको बता दें फिलहाल बोर्ड परीक्षाओं का दौर है। सभी स्टूडेंट्स तैयारियों में लगे हुए हैं। परीक्षाओं में सबसे अच्छे नंबर्स लाने के लिए पूरी कोशिश कर रहे हैं। ऐसे में उन्हें मानसिक तनाव होना आम बात है। तनाव झेल पाने की क्षमता हर व्यक्ति में अलग-अलग होती है। कई छात्रों के लिए परीक्षा का यह तनाव काफी भारी हो जाता है और ऐसे में उनके शरीर में कुछ लक्षण दिखाई देने लगते हैं। ये लक्षण छात्रों की सेहत के लिए काफी चिंताजनक होते हैं।
होने लगता है चिड़चिड़ापन
जानकारी के लिए बता दें तनाव उनके इमोशन्स पर भी बुरा प्रभाव डालता है। ऐसे में उनमें रोने या फिर हंसने की इच्छा, बार-बार क्रोध, असहाय सा महसूस करना, डर, निराशा, अवसाद और चिड़चिड़ापन जैसे लक्षण दिखते हैं। बहुत ज्यादा तनाव में होने पर बच्चों के व्यवहार में भी परिवर्तन आता है। ऐेसे में उनमें बेचैनी, लोगों से बचने की कोशिश करना, अधीरता महसूस करना, नशे वाली चीजों का सेवन और अपने आप को नुकसान पहुंचाने वाले काम संबंधी लक्षण दिखाई पड़ते हैं।
इस तरह भी होगा फायदा
आपको बता दें एक समय-सारणी बनाकर उसके हिसाब से पढ़ना शुरू करें। हर एक-दो घंटे के बाद दस मिनट का एक छोटा सा ब्रेक लें। परीक्षाओं की तैयारियों को लेकर सोचना बंद कर दें और पढ़ना शुरू कर दें। सुबह के तरोताजा मौसम में उन विषयों को पढ़ें जो आपको कठिन लगते हैं। इसके अलावा आसान विषयों को तब पढ़ने की कोशिश करें जब आप थकान महसूस कर रहे हों। परीक्षाओं की तैयारी के लिए ग्रुप स्टडी एक बेहतर विकल्प है। इसमें उलझे सवालों को आप अपने साथियों की मदद से हल कर सकते हैं।