(Pi Bureau)
नवरात्रि में आदि शक्ति की आराधना कि जाती है। इस समय जो लोग नवरात्रि व्रत और दुर्गा सप्तशती का पाठ करते हैं वह लोग मिट्टी के बर्तन में जौ बोते हैं। जौ का जहां धार्मिक महत्व है वहीं सेहत से जुड़ फायदे भी हैं।
यदि आपको किसी तरह का मूत्र विकार है तो जौ आपके लिए बेहद फायदेमंद है। यही नहीं किडनी से संबंधी समस्याओं को भी यह दूर करने में सहायक है।
सिरके से प्रेग्नेंसी टेस्ट
जिन लोगों का बार-बार गर्भपात होता रहता है उनके लिए जौ किसी अमृत से कम नहीं हैं। इसका सेवन करने से गर्भपात की समस्या दूर होती है। इसके लिए जौ के आटे को घी और ड्राई फ्रूट के साथ मिलाकर लड्डू बना कर खाने से गर्भपात रुकता है।
जौखराब और दूषित खानपान के चलते अधिकतर लोग पथरी की शिकायत करते हैं। इस बीमारी से पीड़ित लोग पानी में जौ को उबालें। पानी को ठंडा करने के बाद रोज 1 ग्लास पीएं। ऐसा नियमित करने से पेट की पथरी गलने लगती है।
जौ एक तरह से विटामिंस का खजाना है। इसमें बी-कॉम्प्लेक्स, आयरन, कैल्शियम, मैग्नीशियम, मैगनीज, सेलेनियम, जिंक, कॉपर, प्रोटीन, अमीनो एसिड, डायट्री फाइबर्स और कई तरह के एंटी-ऑक्सीडेंट पाए जाते हैं। इसका वैसे भी सेवन किया जा सकता है। यह पेट को ठंडा रखता है।
यही नहीं जौ का पानी भी बहुत फायदेमंद है। जौ का पानी बनाने के लिए जौ को तकरीबन 4 घंटे पानी में भिगो दीजिए और बाद में इसे धीमी आंच पर उबाल लीजिए और ठंडा होने पर दिन में दो से चार बार थोड़ा थोड़ा सेवन करें।