(Pi Bureau)
एक उम्र के बाद हर व्यक्ति को स्वास्थ्य से जुड़ी कुछ समस्याओं का सामना करना पड़ता है लेकिन महिलाओं के शरीर में कई तरह के बदलाव आते हैं जिससे थोड़ी बहुत तकलीफ होना सामान्य बात है. लेकिन कई बार ध्यान न देने पर ये छोटी सी तकलीफ बड़ी बन जाती है. महिलाओं को खुद के स्वास्थ्य और शरीर पर अधिक ध्यान देने की जरूरत है. यहां आपको कुछ ऐसे लक्षण बता रहे हैं जिन्हें आप बिल्कुल हल्के में न लें.
चक्कर आना
खेलकूद या फिर कड़ी ट्रेनिंग के बाद चक्कर आना सिर घूमना और चक्कर आना आम बात है. पानी पीने और सामान्य तापमान पर एक्सरसाइज करने के बावजूद आपको चक्कर आए तो सावधान हो जाएं. ये दिल की बीमारी के लक्षण हो सकते हैं. कई बार साइनस या कान में किसी परेशानी के कारण भी ऐसा होता है.
दस्त आना
कभी-कभी कुछ खराब खा जा ज्यादा खा लेने से पेट में गड़बड़ी होना आम बात है. लेकिन जब आपको आधी रात में टॉयलेट के चक्कर लगाने पड़ें तो ये चिंता की बात है. देर रात में लगातार दस्त हो रहे हों तो इसका कारण कोई संक्रमण या फिर आंतों में सूजन की परेशानी हो सकती है.
पीरियड में हेवी ब्लीडिंग
पीरियड के दौरान अगर आपको सामान्य से ज्यादा ब्लीडिंग हो तो आपको ध्यान देने की जरूरत है. इसका कारण फाइब्रॉइड या गर्भाशय का ट्यूमर भी हो सकता है. ऐसे ट्यूमर के कारण एनीमिया, थकान, गर्भ ठहरने में परेशानी और गर्भावस्था के दौरान भी कई बुरे नतीजे हो सकते हैं.
बिना डायटिंग घटता वजन
ये क्रोह्न डिजीज का लक्षण हो सकता है. अगर बिना डायटिंग के आपका वजन लगातार गिरता जाए तो ये कैंसर के शुरुआती लक्षण भी हो सकते हैं. इसके अलावा पैंक्रियाज, पेट, ग्रासनली या फिर फेफड़ों के कैंसर भी हो सकता है.
कमजोर नजर
अगर बिना किसी दर्द के अचानक आंखों की शक्ति कम होने लगे तो ये स्ट्रोक का लक्षण हो सकता है. पुरुषों के मुकाबले महिलाओं में स्ट्रोक का खतरा ज्यादा होता है. स्ट्रोक की संभावना केवल बुढ़ापे में ही नहीं बल्कि 35 से 50 की उम्र की महिलाओं में भी होती है.